Posts

Showing posts from January, 2019

हम वैसा ही बनते हैं जैसे हमारे विचार होते हैं

"हमको मन की शक्ति देना , मन विजय करें  दूसरों की जय के पहले खुद को जय करें " इस मधुर गीत के द्वारा दिया गया सन्देश जीवन का आधार है , इसका आशय है की यदि हम अपने मन को जीत लेते हैं तो हम समस्त संसार को जीत सकते हैं | हमारा मन बनता है हमारे विचारों से और विचार ही हमारे जीवन और कर्म की दिशा तय करते हैं | विचारों के द्वारा ही व्यक्तित्व का निर्माण होता है और एक सही व्यक्तित्व ही जीवन को ऊर्जा व गति प्रदान करता है | इतिहास ऐसे अनगिनत उदाहरणों से परिपूर्ण हैं जहाँ उपर्युक्त सन्देश जीवंत रूप में दिखता है | कलिंग युद्ध के बाद सम्राट अशोक का ह्रदय परिवर्तन हुआ और उसने संसार भर में बौद्ध धर्म द्वारा शांति का सन्देश फैलाया | न उसका शरीर बदला न परिवेश , केवल विचार परिवर्तन द्वारा ही वह चंड अशोक से महान अशोक बन पाया |  अकबर ने अपने 'दीन-ए-इलाही' धर्म द्वारा समाज को नए विचार देने का प्रयास किया जिससे धार्मिक सहिष्णुता बनी रहे | बापू ने भी सत्य अहिंसा का नारा दिया , उन्होंने इसे केवल एक कारवाई या योजना की तरह नहीं अपनाया बल्कि इसे एक विचार की तरह आत्मसात किया | उन...

बिग डाटा युग : डेटा नया इंधन है तथा इतिहास इसका सबसे पुराना बैंक

Image
"सूचना २१वीं सदी की इंधन है तथा डाटा एनालिसिस दहन इंजन "                                                                            - पीटर सोंदेर्गार्ड  वर्तमान युग को यदि तकनीकी युग कहा जाये तो इसे अतिश्योक्ति नहीं कहेंगे | प्रस्तुत युग मानवीय कलापों से आगे बढ़कर मशीनी कार्यक्रमों द्वारा चालित हो रहा है | प्रत्येक दिवस के साथ ही नयी तकनीकी युग को नयी दिशा देती है तथा मानवीय प्रगति के नए आयाम खोलती है | इसी क्रम में बिग डाटा प्रणाली को भी रखा जा सकता है जिसने अदृश्य रूप में ही मानव समाज को नयी गति दे दी है |  बिग डाटा प्रणाली के प्रभावों को  समझने के लिए इसकी मूलभूत समझ होना जरुरी है |  बिग डाटा प्रणाली को हम सरल शब्दों में ऐसी डाटाविश्लेषण प्रणाली के रूप में समझ सकते हैं जहाँ डेटा सेट्स को छोटा  या परिमार्जित नहीं किये बगैर सम्पूर्ण डाटा के प्रयोग से निष्कर्ष ...